Wednesday, November 19, 2025
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उत्तराखंड देवभूमि में श्रद्धा और भक्ति का संगम, चारधाम यात्रा के अंतिम चरण में देश की बड़ी हस्तियों का हुजूम

रिकॉर्ड यात्रियों के साथ दीपावली से पहले आस्था की नई कहानी

उत्तराखंड के पवित्र चारधामों केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में इस बार श्रद्धा और भक्ति का ऐसा अनोखा संगम देखने को मिल रहा है, जो साफ़ तौर पर भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक एकत्व का प्रतीक है। दीपावली से पहले जहां सामान्य श्रद्धालु अपने तीर्थयात्रा के अंतिम दर्शन करने के लिए धामों की ओर उमड़ रहे हैं, वहीं उद्योग, सिनेमा, खेल और राजनीति की बड़ी-बड़ी हस्तियां भी यहां आकर अपनी आस्था का परिचय दे रही हैं।
परंपरा के अनुसार, 22 अक्टूबर को गंगोत्री के कपाट बंद हो जाएंगे, जबकि 23 अक्टूबर को यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। इसी दिन केदारनाथ और यमुनोत्री की डोली अपने गद्दी स्थलों को रवाना होगी। बदरीनाथ के कपाट कुछ दिन बाद बंद होंगे। जैसे-जैसे ये तिथियां नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे तीर्थयात्रा का उत्साह चरम पर है। लाखों श्रद्धालु और देश के बड़े नाम भक्ति के लिए पहुंच रहे हैं। इस बार केदारनाथ धाम में अब तक करोड़ों की संख्या में भक्तों ने दर्शन किए हैं, जो पिछले वर्षों के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ चुका है।
देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी 10 अक्टूबर को उत्तराखंड पहुंचे और उन्होंने केदारनाथ व बदरीनाथ में भगवान के दर्शन किए। उन्होंने मंदिर समिति को दस करोड़ रुपए के विशेष दान के साथ अपनी श्रद्धा दिखाई। इस दान के जरिए उन्होंने न केवल पूजा को सशक्त किया, बल्कि उत्तराखंड सरकार द्वारा चारधाम यात्रा प्रबंधन के प्रयासों की भी प्रशंसा की।
फिल्म जगत के सुपरस्टार रजनीकांत ने हिमालय की शांत गुफा में साधना कर चारधाम की यात्रा को अपने आध्यात्मिक जीवन का अहम हिस्सा बनाया। बदरीनाथ में भगवान विष्णु के दर्शन के बाद उन्होंने देश और समाज की खुशहाली की कामना की। भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर ऋषभ पंत और उनके साथी राहुल तेवतिया भी इस बार यमुनोत्री धाम पहुंचे। चोटिल पंत ने भी पहाड़ों की शांति में मन को शीतलता का अनुभव किया। उन्होंने कहा कि व्यस्त शहर से दूर पहाड़ों की ये वादियां जीवन में सुकून लाती हैं।
बॉलीवुड अभिनेत्री सारा अली खान भी केदारनाथ धाम पहुंची और इस बार अकेले ही अपने दिल की आवाज़ सुनती नजर आईं। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी इस साल अप्रैल में केदारनाथ-बदरीनाथ धामों के दर्शन कर कहा था कि चारधाम यात्रा आस्था के साथ-साथ भारत की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। इसके अलावा बिहार, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के राजनेता भी दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
कपाट बंद होने से पहले उत्तराखंड सरकार ने तीर्थ यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। भीड़ के बावजूद प्रशासन और पुलिस के संयुक्त प्रयासों से यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं, ताकि हर व्यक्ति आध्यात्मिक शांति के साथ अपनी यात्रा पूरी कर सके।
इस बार की चारधाम यात्रा इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि इसमें न केवल साधारण श्रद्धालु, बल्कि देश की प्रमुख हस्तियां भी शामिल हैं। मुकेश अंबानी की सादगी, रजनीकांत की तपस्या, सारा अली खान की भक्ति, ऋषभ पंत की शांति की खोज ये सभी दिखाते हैं कि उत्तराखंड देवभूमि वह पवित्र धाम है, जहां भगवान और भक्त के बीच कोई बाधा नहीं। यह यात्रा सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विविधता और आस्था का जीवंत उदाहरण है।
इस दीपावली, जब देश खुशियों के दीप जलाता है, उत्तराखंड के ये चार धाम अपने कपाट बंद कर एक बार फिर यह संदेश देते हैं यहाँ आस्था और श्रद्धा का प्रकाश कभी कम नहीं होता, वह सदैव जलता रहता है।

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