देहरादून,
भाजपा ने मुख्यमंत्री धामी की स्वदेश वापसी पर उनका भव्य स्वागत करते हुए, निवेश के लिए उनके प्रयासों को राज्यवासियों मे नई ऊर्जा का संचार करने वाला बताया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि विदेशी निवेशकों का रोपवे निर्माण एवं तकनीक में आगे आना, पहाड़ की आर्थिकी की मजबूत और राज्य को इस संचार क्षेत्र में भारत समेत एशिया का लीडर बनाने वाला साबित होगा।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आज प्रदेश की जनता और अपने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य के विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों को देखकर उत्साहित है। जनता की उम्मीदों, आशीर्वाद और धामी के अथक और सुनियोजित कोशिशों का ही नतीजा है कि अब तक लगभग 20 हजार करोड़ के पूंजी निवेश प्रस्ताव हमे प्राप्त हो चुके हैं । आगे अभी बहुत से अन्य देशों एवं राज्यों में मुख्यमंत्री की लीडरशिप में निवेश को लेकर कई बड़े कार्यक्रम होने वाले हैं । ब्रिटेन की इस शुभ शुरुआत भरोसा हासिल हुआ है कि दिसंबर के ग्लोबल इन्वेस्टर समिट से पहले ही हम अपने 2.5 लाख करोड़ के लक्ष्य की दृष्टि से लगभग प्रस्ताव हासिल करने में सफल होंगे ।
भट्ट ने कहा कि सर्वाधिक संतोष की बात है कि जिस तरह के प्रस्ताव हमारी सरकार को मिले हैं उसमे मैदानी क्षेत्रों के साथ पहाड़ के विकास को ध्यान में रखते दिए गए हैं । वर्तमान दौर में दुर्गम पर्वतीय इलाकों में सुगम यातायात का महत्वपूर्ण मध्यम रोप वे ही है, जिसको लेकर प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में धामी सरकार राज्य में इसका जाल बिछाने जा रही है । जिनके निर्माण में विदेशी निवेशकों का इच्छा जताना हमारे लिए लाभकारी है । और इसमें सबसे अच्छी बात है रोप वे निर्माण से जुड़ी तकनीक और यंत्रों को राज्य में ही विकसित करना है। देश के पहले रोपवे मैन्युफैक्चरिंग पार्क की स्थापना से उत्तराखंड का उत्तर एवं उत्तर पूर्व भारत समेत अन्य एशियाई देशों में रोप ढांचा स्थापित करने वालों का लीडर बनना तय है । साथ ही विदेशी निवेशकों का राज्य में पर्यटन उद्योग में रुचि दिखाना हमारी आर्थिकी को सुदृढ़ बनाने वाला साबित होगा । शीतकाली खेलों के लिए प्रसिद्ध औली के अतिरिक्त दयारा बुग्याल एवं मुनस्यारी आदि स्थानों की विकसित करने के लिए प्रदेश सरकार पहले से प्रयासरत थी । ऐसे में बाहर इसमें निवेश होने से इनका अधिक गति से विकसित एवं प्रसिद्ध होना तय है ।