काया आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में धन्वंतरि जयंती का आयोजन 18 अक्टूबर को बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ डायरेक्टर अशोक पाल, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर योगिता पाल, प्राचार्य डॉ. विनय खुल्लर एवं प्रेम प्रकाश द्वारा भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर विधिवत रूप से किया गया।
कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. विनय खुल्लर ने स्वागत उद्बोधन में भगवान धन्वंतरि के प्रादुर्भाव और उनके हस्तचिह्नों के गूढ़ अर्थों की जानकारी दी। उन्होंने बताया शंख मधुर स्वर के माध्यम से आरोग्य का प्रतीक है।
चक्र रोग रूपी शत्रुओं के विनाश का संकेत करता है।
अमृत कलश दीर्घायु और जीवन रक्षा का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि भगवान धन्वंतरि आयुर्वेद के जनक हैं और उनका स्मरण चिकित्सा धर्म में संलग्न प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रेरणास्रोत है।
इस अवसर पर संस्थान के वरिष्ठ चिकित्सकगण एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख हैं:
डॉ. महेंद्र बोरा, डॉ. श्वेता पौल, डॉ. नीतू भट्ट, डॉ. दीपिका बेलवाल, डॉ. निवेदिता गिरी, डॉ. स्वप्निल, हरीश परगई, डॉ. किरण बहुगुणा, डॉ. गौरव बिष्ट, डॉ. दिव्या जोशी, अंकिता जोशी, नरेंद्र, मनोज आदि। सभी ने आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय सहयोग दिया।


