Monday, December 8, 2025
spot_img
HomeDehradunडॉ. धन सिंह रावत को मिलेगा सिल्वर एलीफेंट अवार्ड

डॉ. धन सिंह रावत को मिलेगा सिल्वर एलीफेंट अवार्ड

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित 19वीं राष्ट्रीय स्काउट और गाइड जम्बूरी में प्रदेश के 448 स्काउट्स और गाइड्स व रोवर-रेंजर्स प्रतिभाग कर रहे हैं। ‘विकसित युवा, विकसित भारत’ की थीम पर आयोजित इस राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम का आयोजन भारत स्काउट्स और गाइड्स के 75वें हीरक जयंती समारोह के ग्रैंड फिनाले के रूप में भी किया जा रहा है। जम्बूरी का उद्देश्य युवाओं में सेवा, अनुशासन और नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देना है।
उत्तराखंड से कुल 448 प्रतिभागी शामिल हैं, जिनमें अल्मोड़ा 38, बागेश्वर 35, चम्पावत 33, देहरादून 25, हरिद्वार 49, नैनीताल 55, पौड़ी 30, पिथौरागढ़ 63, टिहरी 21, ऊधमसिंह नगर 33, उत्तरकाशी 22 और शांतिकुंज हरिद्वार 44 स्काउट-गाइड शामिल हैं। इसके साथ ही विभागीय अधिकारी भी इस जम्बूरी में हिस्सा ले रहे हैं।
जम्बूरी के दौरान प्रदेश के स्काउट्स एंड गाइड्स 35 प्रमुख गतिविधियों में व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से प्रतिभाग करेंगे। इनमें रॉक क्लाइंबिंग, नौकायन, आर्चरी, पैराग्लाइडिंग, ड्राइंग, पेंटिंग, मार्च पास्ट, गणवेश, कलर पार्टी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, फूट प्लाजा, गेट निर्माण, स्किलोरामा, हैम रेडियो और पायनियरिंग प्रोजेक्ट शामिल हैं।
उत्तराखंड के प्रादेशिक अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत 26 नवम्बर को जम्बूरी में विशेष रूप से प्रतिभाग करेंगे। उन्हें स्काउट एंड गाइड आंदोलन में उनके उत्कृष्ट योगदान, नेतृत्व और सेवा भाव के लिए संगठन का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान ‘सिल्वर एलीफेंट अवार्ड’ से अलंकृत किया जाएगा।
डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि 19वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में प्रदेश के 448 स्काउट-गाइड प्रतिभाग कर रहे हैं, जो पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है। स्काउट-गाइड का यह विशाल मंच युवाओं को आत्मनिर्भरता, नवाचार, पर्यावरण संरक्षण, सांस्कृतिक गौरव और विश्व बंधुता की भावना से जोड़ता है और उन्हें नई सोच और दिशा प्रदान करता है।
उत्तराखंड में 910 स्काउट-गाइड को युवा आपदा मित्र स्कीम के तहत प्रादेशिक कैंपिंग केंद्र में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें अल्मोड़ा 120, बागेश्वर 30, चमोली, पौड़ी, पिथौरागढ़, रूद्रप्रयाग 50-50, चम्पावत 80, देहरादून 200, नैनीताल 100 तथा टिहरी और उत्तरकाशी के 90-90 स्काउट-गाइड शामिल हैं। 18 से 40 वर्ष आयु वर्ग के इन प्रतिभागियों को आपदा प्रबंधन, प्राथमिक उपचार और सुरक्षित निकासी में दक्ष बनाया जा रहा है। प्रशिक्षित युवा संकट की घड़ी में राहत और बचाव कार्यों में सहयोग करेंगे, जिससे राज्य में आपात स्थितियों से निपटने के लिए एक सशक्त युवा दल तैयार हो रहा है।

RELATED ARTICLES

Most Popular