राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) की स्वीकृति के अनुसार उत्तराखंड राजभवन को अब आधिकारिक रूप से लोक भवन नाम दिया गया है। इस अवसर पर मुख्य द्वार पर लोक भवन नाम अंकित कर पुनःस्थापित किया गया।
राज्यपाल ने कहा कि संविधान में लोक यानी जनता को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि लोक भवन उत्तराखण्ड के नागरिकों के लिए आशा, संवेदनशीलता, पारदर्शिता और जनसेवा का केंद्र बनेगा। राज्यपाल ने बताया कि यह भवन केवल प्रशासनिक प्रतिष्ठान का प्रतीक नहीं है, बल्कि उत्तराखण्ड के हर व्यक्ति की आकांक्षाओं, उम्मीदों और विश्वास का घर है। उनका कहना था कि लोक भवन सचमुच लोक के लिए, लोक के साथ और लोक के समर्पण में कार्य करेगा।
इससे पूर्व, राज्यपाल ने भारतीय नौसेना दिवस के अवसर पर नौसेना के वीर जवानों, पूर्व नौसैनिकों और उनके परिवारजनों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित कीं। उन्होंने नौसैनिकों की वीरता, साहस, पराक्रम और अदम्य समर्पण को नमन करते हुए कहा कि भारत की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा, ऊर्जा संसाधनों, आर्थिक गतिविधियों और व्यापारिक मार्गों की रक्षा में भारतीय नौसेना का योगदान अतुलनीय है। राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा और समृद्धि में नौसैनिकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक है।


