देहरादून,
बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आज हरक सिंह रावत की पुत्रवधु अनुकृति गुसाई ने बीजेपी का पट्टा पहन लिया ,उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री और धामी के कार्य और विचारों से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हो रही जब अनुकृति गुसाई से हरक सिंह रावत के ईडी की जांच के डर से बीजेपी में शामिल हो रही है तो उन्होंने इस बात को नकार दिया।जब की चुनाव के पूर्व ईडी ने जब रावत को कुछ दिन की मोहलत दी थी तभी से यह साफ हो गया था की हरक जल्द ही अपनी बहु के साथ भाजपा का हाथ दुबारा थाम सकते है।
चुनाव के तुरंत बाद ही अनुकृति गुसाई की बीजेपी में वापसी से यह साफ हो गया है कि जल्द ही शायद एचएसआर की बीजेपी में वापसी हो सकती है।
उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे दिग्गज कांग्रेसी नेताओ में हरक सिंह रावत का भी नाम शामिल है, ईडी ने हरक सिंह रावत और उनकी बहू अनुकृति गुसाईं को एक घोटाले के संबंध में समन भेजा था, दोनों को 29 मई को एजेंसी के सामने पेश होने का कहा गया था मामला राज्य के कथित वन भूमि घोटाले से जुड़ा हुआ है।
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हरक सिंह पर कसता ईडी का शिकंजा उनके राजनीतिक करियर के लिए नई मुश्किल लेकर आया था रावत उत्तराखंड कांग्रेस के टॉप लीडर्स में शुमार किए जाते हैं. ईडी के अधिकारी उनकी बहू और 2022 में लैंसडाउन सीट से चुनाव लड़ीं अनुकृति गुसाईं रावत से भी पूछताछ करेंगे. एजेंसी ने इससे पहले 7 फरवरी को हरक सिंह रावत के घर सहित उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की थी, हालांकि छापेमारी में उनके घर से फाइलों के अलावा और कुछ भी नहीं मिला था।
एजेंसी ने तलाशी के दौरान लगभग 1.20 करोड़ रुपये मूल्य की भारतीय और विदेशी मुद्रा, सोना और काफी संख्या में दस्तावेज जब्त किए थे, एजेंसी ने रावत के करीबी बीरेंद्र सिंह कंडारी, भारतीय वन सेवा के अधिकारी और पूर्व संभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) किशन चंद और पूर्व वन क्षेत्र अधिकारी बृज बिहारी शर्मा के खिलाफ जांच कर रही है।लेकिन अब देखना है कि जांच से रावत की पुत्रवधु के बीजेपी में शामिल होने पर एजेंसी कितने समय में जांच पूरी करती है
आज बीजेपी में शामिल होने वालों में उधम सिंह नगर के जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार, कांग्रेस के राष्ट्रीय संयोजक सुदेश गंगवार थे।