Sunday, December 7, 2025
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आदि कैलाश और ॐ पर्वत यात्रा के दर्शन को पहुचें 31 हजार से अधिक श्रद्धालु,तोड़ा रिकॉर्ड

इस वर्ष आदि कैलाश और ॐ पर्वत की यात्रा ने श्रद्धालुओं की संख्या के मामले में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। पर्यटन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक 31,598 श्रद्धालु शिवधाम के दर्शन कर चुके हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है। इससे न केवल तीर्थाटन को बढ़ावा मिला है, बल्कि व्यास घाटी और सीमांत गांवों में रोजगार और स्वरोजगार के नए रास्ते भी खुले हैं। सरकार इसे रिवर्स पलायन की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि मान रही है।
जानकारों के अनुसार, वर्ष 2022 से 2025 तक के चार वर्षों में कुल 72,732 श्रद्धालु आदि कैलाश और ॐ पर्वत के दर्शन कर चुके हैं। इसमें सबसे अधिक संख्या इसी वर्ष दर्ज की गई है।
यह आंकड़ा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा आदि कैलाश और ॐ पर्वत के दर्शन करने के बाद यहां की लोकप्रियता में आए अभूतपूर्व उछाल को दर्शाता है।
व्यास घाटी में लिपू पास तक सड़क बनने और आदि कैलाश तक सीधी सड़क संपर्क होने से यात्रा सुगम हुई है। इससे धारचूला और आसपास के गांवों में होमस्टे, कैफे, रेस्टोरेंट और छोटे कारोबारों में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है।
गूंजी, जिसे केंद्र सरकार ने वाइब्रेंट विलेज घोषित किया है, आज एक प्रमुख आधार केंद्र बन चुका है। यहां से एक रास्ता आदि कैलाश की ओर जाता है, जबकि दूसरा ॐ पर्वत की ओर।
इस वर्ष यहां तीर्थयात्रियों के साथ-साथ बाइक राइडर्स और ट्रैवलर टूरिस्ट्स की भी बड़ी संख्या पहुंची है। घाटी की धार्मिक और प्राकृतिक सुंदरता ने इसे एडवेंचर टूरिज्म का नया हॉटस्पॉट बना दिया है।
जो लोग पहले आजीविका की तलाश में मैदानी क्षेत्रों में चले गए थे, अब वे वापसी कर रहे हैं और अपने गांवों में होमस्टे, ट्रैवल गाइड, लोकल कैफे आदि का संचालन कर रहे हैं। यह रिवर्स पलायन के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आदि कैलाश और ॐ पर्वत के दर्शन करने के बाद से श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। यह घाटी शिव उपासकों के लिए तो विशेष है ही, साथ ही यह बाइक राइडर्स और साहसिक पर्यटकों को भी आकर्षित कर रही है। स्थानीय लोग भी तीर्थयात्रियों का दिल से स्वागत कर रहे हैं, यही उत्तराखंड की असली पहचान है।

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