देहरादून,
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस की केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा को केदारनाथ विधान सभा के प्रस्तावित उप चुनावों को लेकर की जा रही कवायद बताया। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की यात्रा फ्लॉप साबित हो रही है। इसलिए वह मीडिया में बने रहने के लिए बिना तथ्यों के आरोप लगा कर नए – नए शिगूफे छोड़ रही है। भाजपा ने केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत से आपदा के समय तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत की कृपा से “हिटो केदार” कार्यक्रम के लिए मिले 25 लाख रुपयों का हिसाब देने को भी कहा है।
भाजपा नेता पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष सरकार में दायित्वधारी चंडी प्रसाद भट्ट ने कहा कि यह सर्वविदित है कि कोविड काल के दौरान चारधाम यात्रा पूरी तरह से ठप हो चुकी थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों से चारधाम यात्रा ने गति पकड़ी और नए कीर्तिमान स्थापित किये हैं। कांग्रेस के लोगों को यह पच नहीं रहा है और वो कुछ ना कुछ विवाद खड़ा करने के दुष्प्रयास में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग ने जिस कम्पनी को यात्रा पंजीकरण का कार्य सौंपा है, वह सब नियमानुसार है। उसमें किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं है।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ मंदिर में सोने के प्रकरण को लेकर श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति सारे तथ्यों को सामने रख चुकी है। मंदिर के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित करने में सभी निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन किया गया है। मंदिर समिति ने प्रदेश शासन से अनुमति प्राप्त कर सारा कार्य सम्पादित कराया है। शासन ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग व सीबीआरआई रुड़की से रिपोर्ट प्राप्त कर पुरातत्व विभाग के देख रेख में यह कार्य कराया। पूरे समय पुलिस व प्रशासन ने इस कार्य की मॉनिटरिंग की है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वह सब केदारनाथ विधान सभा के प्रस्तावित उप चुनावों को लेकर लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि अगर किसी को किसी प्रकार का संदेह है तो वो सक्षम अथॉरिटी के समक्ष शिकायत कर सकते हैं। अथवा हाई कोर्ट में जनहित याचिका लगा कर जांच की मांग कर सकते हैं। केवल मीडिया के सामने बयानबाजी कर विवाद खड़ा करने से केदारनाथ धाम की छवि को ठेस पहुंचाई जा रही है।