टिहरी :
जिला कांग्रेस कमेटी टेहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा ने कहा किनेहरू मेमोरियल का नाम बदलकर केंद्र की भाजपा सरकार ने अपनी विकृत मानसिकता का परिचय दिया है ,नेहरू एक विचारधारा है और विचारधारा ख़त्म नहीं की जा सकती। नेहरू सिर्फ कांग्रेस के एक नेता ही नही, बल्कि देश के लिये गर्व का प्रतीक हैं।
उन्होंने कहा नेहरू ने धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को संविधान में शामिल करने तथा प्रधानमंत्री के रूप में उसको विकसित करने में नेहरू का महत्वपूर्ण योगदान है। प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने धर्मनिरपेक्षता, स्वतंत्रता, समानता, बंधुता और लोकतांत्रिक मूल्यों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने देश की आजादी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। देश को आधुनिक मशीनरी से सुसज्जित करने में भी उनका बड़ा योगदान रहा था। नेहरू जी के द्वारा लगातार शिक्षा के क्षेत्र में भी कार्य किया। यही कारण है कि बच्चों द्वारा उन्हें को चाचा कहा जाता है।
राजनीति में प्रतीकों का बड़ा महत्व होता है. यही वजह है कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले से पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया. उसके बाद से प्रत्येक स्वतंत्रता दिवस पर देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा फहराते हैं और देश को संबोधित करते हैं.
उन्होंने कहा कि नेहरू से प्रेरित होकर हमारे नेता राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर की यात्रा में कहा था कि भारत वह है जो उन्होंने समझ रखा है। इसमें नदी, पहाड़, जंगल, खेत व करोड़ों भारतीय शामिल हैं। भारत माता की जय का अर्थ हैदृइन सबकी जय है।
उन्होंने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू आधुनिक भारत के निर्माता है उन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण के साथ राजनीति में धर्मनिरपेक्षता की विशिष्ट नीति ग्रामीण क्षेत्र का विकास अंतरिक्ष अनुसंधान परमाणु ऊर्जा विज्ञान नीति वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ संवैधानिक मूल्यों की संरचना राजनीति द्वारा सामाजिक परिवर्तन कर देश को अग्रणी राष्ट्र की भूमिका में खड़ा किया।
लिहाजा आज की सरकार को इस तरह की ओछी मानसिकता से बाहर आकर देश के सर्वांगीण विकास में अपनी एक बड़ी लाइन खींच कर अपना यथा समय योगदान देना चाहिए।
नेहरू मेमोरियल का नाम बदलना सत्तासीन लोगों की मानसिक विकृति का ही एक नमूना हैरू राकेश राणा
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