देहरादून ,
प्रदेश अध्यक्ष ने बागेश्वर चुनाव के विषय पर बोलते हुए कहा बीजेपी की जीत उनके लिए एक नैतिक हार है,उन्होंने कहा बीजेपी का उंमीद्वार मंडल सेना बूथ को हार गया उन्होंने कहा की पिछले चुनाव में जहां कांग्रेस बारह हजार वोटो से हारी थी वही इस चुनाव में कांग्रेस में हम २४०० वोटो से हारे है लेकिन हमने दस हजार वोटों के अंतर को भी कम किया है ,जो कांग्रेस के लिए एक अच्छी बात है ,उन्होंने कहा की यह उप चुनाव कांग्रेस के पछ में था लेकिन सरकार द्वारा धन बल और मीडिया को चुनाव से दूर रख कर इस चुनाव में जीत हासिल की ,उन्होंने आरोप लगाय की सरकार द्वारा विधान सभा सत्र को ठीक चुनाव के समय करवाना और वोटिंग के दिन लाइव प्रसारण कर के आचार सहिंता का उलंघन किया कांग्रेस के कार्यकर्ताओ को प्रेस वार्ता करने से रोका गया ,इन सब बातो की शिकायत कांग्रेस द्वारा निर्वाचन आयोग को इसकी शिकायत की गयी जिस पर आयोग द्वारा जांच की जा रही है ,वही बीजेपी सिम्पेथी वोटों को बीजेपी पार्टी और उनके कार्यकर्त्ता बढ़ाने में नाकामयाब रहे जो की बीजेपी की एक नैत्तिक हार है और बागेश्वर के चुनाव को कांग्रेस ने बड़ी नैतिकता के साथ लड़ा जिसके लिए प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओ को बागेश्वर की जनता का भी आभार प्रकट किया की इस चुनाव में उनके द्वारा कांग्रेस को मजूबत स्थिति में चुनाव लड़वाया।
प्रदेश में बढ़ रहे डेंगू के मामले में सरकार को घेरते हुए करन महारा ने कहा की सरकार द्वारा प्रतेक नगर निगम को नगर पालिका को फॉगिंग के लिए 40 लाख रूपये दिए जा रहे है ,लेकिन किसी भी निगम और पालिका द्वारा इसका इस्तमाल जनता के हित के लिए नहीं किया जा रहा है,वही सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी के नाम पर रोडो पर खड़े खोद के छोड़ दिए है जिसमे बरसाती और गन्दा पानी जमा हो कर डेंगू की बीमारी को बड़ा रहा है। अस्पतालों में एक बेड पर दौ दो मरीजों का इलाज किया जा रहा है वही सरकारी लेबो की रिपोट को अस्पताल द्वारा क्रॉस चेकिंग के नाम पर जनता की जेब से 1700 रुपए वसूले जा रहे है वही सरकार द्वारा मरीजों की प्लेट्स काउंट को 10000 पर नार्मल बताया है जब की कई मौतों में मरीज की प्लेट्स 30000 थी ,तब भी सरकार द्वारा इस तरह की जानकारी लोगो का देना आश्चयजनक है। सरकार डेंगू बीमारी को लेकर किसी तरह की कोई तैयारी नहीं की और न ही अस्पतालों के पबन वार्डो में न तो पंखे चल रहे हे और न ही ंब काम कर रहे है है। करन महरा ने कहा की सरकार प्रदेश में फैल रही बीमारी को लेकर गंभीर नहीं है।
करन महरा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा की सरकार द्वारा अतिक्रमंड़ के नाम पर जनता के साथ छलावा कर रही है लोगो की छोटी छोटी दुकानों को तोड़ कर उनका रोजगार छीन रही है जब की 40 से ज्यादा रोड़े जो चूक की हे जो बंद पड़ी है, राज्य में १९६२ से राज्य बंदोबस्त लागु न हो पाने के कारण लोगो द्वारा अपने घरो और दुकानों को रेगुलाइज नहीं करवा पाय हे वही 2018 में शराब कारोबारियो के लिए सरकार द्वारा सड़को एवं हाइवे के स्टेट्स को बदलने के लिए कानून लाई थी तो अब आम जनता के लिए कोर्ट के आदेश का आड़ लेकर बचना चाह रही है , जिनपर सरकार को काम करना चाहिए था उसको छोड़ कर सरकार लोगो की दुकाने और उनके आशियाने उजाड़ रही है।
वही सराकर द्वारा सरकारी अधिवक्ताओ की नियुक्ति करने पर सवाल खड़े करते हुए कहा की जारी लिस्ट में एक भी अधिवक्ता sc /st के नहीं जिसका कारण प्रदेश के SC /ST के प्रति सरकार की मानसिकता को उजागर करता है ,वही पुरोला में एक वर्ष पूर्व हुए SC समाज की दो बालिकाओ हरिद्वार में डेढ़ वर्ष पूर्व हुए अपराध में सरकार द्वारा किसी भी तरह की कोई भी प्रकार सहायता न दिए जाने पर सवाल उठाए और SC /ST के समाज के लोगो के प्रति उनकी मानसिकता को दर्शाता है।