Monday, December 23, 2024
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37 असिस्टेंट प्रोफेसरों की प्रथम तैनाती, महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर करने की दिशा में कदम

देहरादून:

 

उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत राज्य लोक सेवा आयोग से चयनित 37 असिस्टेंट प्रोफेसरों को राज्य के पर्वतीय और दूरदराज के राजकीय महाविद्यालयों में पहली बार नियुक्ति दी गई है। इनमें से 22 प्रोफेसर राजनीति शास्त्र में और 15 भूगोल विषय में शामिल हैं। इस नियुक्ति से महाविद्यालयों में स्थाई शिक्षकों की कमी दूर होगी, जिससे छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।

 

इन नवनियुक्त प्रोफेसरों को ऐसे महाविद्यालयों में तैनाती दी गई है, जो विशेष रूप से दुर्गम और अति दुर्गम क्षेत्रों में स्थित हैं। जैसे कि भूगोल विषय में परितोष उप्रेती को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय देवप्रयाग, कृतिका बोरा को पीजी कॉलेज गोपेश्वर, कुट्टी रावत व प्रेमा कैड़ा को पीजी कॉलेज लम्बगांव, और श्वेता पंत को राजकीय महाविद्यालय गरूड़ में तैनाती दी गई है। राजनीति शास्त्र विषय में राजिन्द्र और दीपक कुमार को पीजी कॉलेज अगस्तमुनि, डॉ. प्रेमलता त्रिपाठी को पीजी कॉलेज द्वाराहाट, और शीतल आर्या को गणाई गंगोली में नियुक्त किया गया है।

 

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि इस कदम से महाविद्यालयों की शैक्षणिक गतिविधियों में सुधार होगा और स्थानीय छात्रों को लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार महाविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति और ढांचागत सुधार की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। इन असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति से महाविद्यालयों की नैक ग्रेडिंग भी बेहतर होगी, जिससे प्रदेश में उच्च शिक्षा का स्तर और अधिक सशक्त होगा।

 

डॉ. रावत ने कहा कि स्थाई सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति से गेस्ट फैकल्टी के समायोजन के लिए भी अन्य महाविद्यालयों में व्यवस्था की जाएगी।

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