Monday, December 23, 2024
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विजिलेंस ने स्वास्थ्य विभाग के सहायक को रिश्वत लेते रंगे हाथ धरा,सिर्फ 8500 के लिए डोल गया  ईमान

देहरादून:

 

एक और भ्रष्टाचारी विजिलेंस के हत्थे चढ़ा है। विजिलेंस के देहरादून सेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ सहायक को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।

 

शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान में शिकायत दर्ज कराई थी कि चिकित्सा प्रतिपूर्ति के भुगतान के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशालय में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत मुकेश कोटियाल 8,500 रुपये की रिश्वत मांग रहा है। शिकायतकर्ता पहले ही 2,500 रुपये दे चुका था, लेकिन बाकी रकम देने से पहले उसने विजिलेंस में शिकायत कर दी।

मंगलवार को सतर्कता अधिष्ठान की टीम ने इस शिकायत के आधार पर ट्रैप लगाकर मुकेश कोटियाल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। विजिलेंस की ओर से पिछले 15 दिनों में यह तीसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले, विजिलेंस ने चमोली और पौड़ी जिलों से दो अन्य अधिकारियों को भी रिश्वत लेते हुए पकड़ा था।

भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में ‘भ्रष्टाचार मुक्त एप 1064’ की शुरुआत की है, जिसके जरिए भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतें दर्ज कराई जा सकती हैं। इस एप के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सभी सरकारी कार्यालयों में पोस्टर लगाए गए हैं, जिससे लोग इसका उपयोग कर सकें और भ्रष्टाचार की शिकायतें दर्ज कराएं।

अब तक इस एप के जरिए 980 से अधिक विजिलेंस और नॉन-विजिलेंस शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। इन शिकायतों पर तेजी से कार्रवाई करते हुए विजिलेंस ने कई भ्रष्ट अधिकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। बीते नौ महीनों में विजिलेंस ने 32 भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा है। राज्य गठन के बाद से उत्तराखंड में भ्रष्टाचार से जुड़े कुल 281 ट्रैप ऑपरेशन में अब तक 303 लोगों को गिरफ्तार कियाj जा चुका है। पिछले तीन वर्षों में ही 70 से अधिक भ्रष्ट अधिकारियों को विजिलेंस ने जेल भेजा है, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्य सरकार की कड़ी कार्रवाई को दर्शाता

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