देहरादून 1 नवंबर।
भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे के द्वारा अपनी सरकारों को बजट आधारित गारंटी की नसीहत से सतर्क रहने की जरूरत बताते हुए कहा कि कांग्रेस की घोषणाओं की कई राज्यों मे पोल खुल चुकी है और इसी कारण उप चनावों मे जनता उसे सबक सिखा रही है।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष की अपनी ही पार्टी को दी गई उस नसीहत का हवाला देते हुए यह प्रतिक्रिया दी है। जिसमें खड़गे ने महाराष्ट्र कांग्रेस को कहा है कि बजट के आधार पर ही गारंटी की घोषणा करें अन्यथा सरकारें दिवालिया हो जायेंगी। भट्ट ने कहा कि यह बयान बताता है कि कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए लगातार हवा हवाई घोषणाएं और भ्रम फैलाने की राजनीति कर रही हैं। क्योंकि कर्नाटक, तेलंगाना, हिमाचल में इन्होंने झूठे वादे कर सरकार तो बना ली अब उन्हें पूरा करना असंभव हो गया है। जो थोड़े बहुत गारंटी को पूरा करने का प्रयास ही शुरू किया तो वहां की कांग्रेस सरकारों के पास अब पैसा ही नहीं बचा है, कहीं कर्मचारियों की तनख्वाह के लिए बजट नहीं है, कहीं विधायकों मंत्रियों की सैलरी भत्ते रोके गए हैं। अब महाराष्ट्र झारखंड चुनावों के लिए घोषणा पत्र तैयार करने से पहले खड़गे के इस बयान ने विपक्ष की झूठी एवं अव्यवहारिक गारंटियों की पोल पूरी तरह से खोल दी है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष से उलट, भाजपा हमें केवल उन घोषणा को करती है, जिनके लिए हमारे पास बजटीय प्रावधान और वित्तीय उपलब्धता है। इसीलिए हमारी गारंटी, मोदी की गारंटी होती हैं जो गारंटियों के भी पूरा होने की गारंटी है । भाजपा हमेशा उन वादों को पूरा करती है जो हम करते हैं।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पर कटाक्ष किया कि बेहतर है, खरगे जी राहुल गांधी को यह सबक सिखाएं ? क्योंकि राहुल गांधी घोषणाएं करने में माहिर हैं। वे सिर्फ घोषणाएं करते हैं और वोट के लिए जनता को बेवकूफ बनाते हैं और फिर वे अपने वादों को लागू नहीं करते है।
उन्होंने निशाना साधते हुए कहा, क्या मल्लिकार्जुन खरगे कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में जो वादा खिलाफी उनकी सरकारों ने की है, उसके लिए राहुल गांधी और खड़गे देश से सार्वजनिक माफी मांगेंगे।
साथ ही उन्होंने देवभूमि की जनता को भी अलर्ट करते हुए कहा है कि कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए जो झूठे वादे और भ्रम फैलाने की राजनीति देश भर में की है, उसे राज्य कांग्रेस नेताओं ने यहां भी अपनाया है। लिहाजा खड़गे की इस स्वीकारोक्ति के बाद भी यदि प्रदेश कांग्रेस नेताओं को शर्म नहीं आती है तो जनता और विशेषकर केदारघाटी, कांग्रेस पार्टी को आइना दिखाने का काम करेगी।