देहरादून,
अध्यक्ष ने आनन फानन में जारी की कार्यकर्ताओं की स्टार प्रचारक की सूची,
निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी में उनके कार्यकर्ताओं की नाराजगी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है वहीं प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा द्वारा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी स्टार प्रचारकों की सूची में नाम शामिल न करने पर प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप खफा है,उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा को इसका पत्र लिखा है उन्होंने कहा कि कांग्रेस में वफादार कार्यकर्ताओं का सम्मान होना चाहिए यही कारण है कि पार्टी में कई सालों से काम कर रहे नेता अपमान महसूस कर दूसरे दलों में जा रहे हैं प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 40 स्टार प्रचारकों की है उसमें पार्टी के लिए समर्पित नेताओं की अनदेखी की गई है वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा का कहना है कि यह बात बिल्कुल गलत है कि उनकी अनदेखी की जा रही है उनको पूरे गढ़वाल मंडल की जिम्मेदारी दी जा रही है उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष सेवादल हेमा पुरोहित एवं भागीरथ भट्ट को गढ़वाल एवं कुमाऊँ मंडल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कांग्रेस की सकरी ए सक्रिय कार्य नेत्री सोनिया आनंद रावत को भी आज पत्र जारी कर चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दी गई, वहीं प्रदेश प्रवक्ता गिरिराज किशोर हिन्द्वान को गढ़वाल का प्रवक्ता बनाया है।
वहीं कांग्रेस के कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं में अभी भी नाराजगी देखने को मिल रही है, वहीं प्रदेश कार्यालय में कई वरिष्ठ प्रवक्ता एवं कार्यकर्ता युवा कांग्रेस के महत्वपूर्ण पद पर अपनी जिम्मेदारियां का निर्वहन कर रहे है, उन कार्यकर्ताओं की अनदेखी को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता नाराजगी व्यक्त करते दिखाई दिए उनका कहना था कि कांग्रेस प्रदेश को युवाओं के वोट एवं साथ की जरूरत पड़ रही है लेकिन स्टार प्रचारक को की सूची से उनको दूर रखा गया है जो प्रदेश में पार्टी नेतृत्व की तरफ से उनके कार्य क्षमता की अनदेखी होना साफ जाहिर कर रहा है अब ऐसे में लगातार कांग्रेस पार्टी में आपसी कल है चुनाव के समय एक बार फिर धीरे-धीरे नजर आने लगी है वहीं कई कार्यकर्ता बीजेपी की तरफ रुक करने का भी मन बना रहे हैं ,अब ऐसे में निकाय चुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस की परेशानियां खड़ी होती नजर आ रही है अब देखना है कि प्रदेश के नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ नेता किस तरीके से अपने पार्टी के नाराज प्रदेश कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और युवा कांग्रेस के नेताओं को किस तरह मानने में कामयाब होते है या फिर वह कार्यकर्ता भी बीजेपी की तरफ अपना रुख करेंगे और अपने हाथ में कमल का फूल लेकर निकाय चुनाव में खड़े होंगे।