देहरादून,
उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ.गीता खन्ना ने उत्तराखंड अनुसूचितजाति आयोग के अध्यक्ष के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में अनुसूचित जाति के वर्ग के बच्चों की शिक्षा, टीकाकरण, स्वास्थ्य, और उनके कल्याण के अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई।
बैठक में दोनों अध्यक्षों ने बच्चों के समग्र विकास के लिए शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने विशेष रूप से अनुसूचित जाति के बच्चों के लिए बेहतर शैक्षणिक अवसर प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया। टीकाकरण कार्यक्रमों की प्रभावशीलता और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार पर भी चर्चा हुई, ताकि इस वर्ग के सभी बच्चों को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
इसके अलावा, करियर के अवसरों पर भी बात की गई, जिससे बच्चों को भविष्य में अच्छी नौकरियों के लिए तैयारी करने का अवसर मिले। दोनों आयोगों ने मिलकर बच्चों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की।
यह बैठक अनुसूचित जाति वर्ग बच्चों के अधिकारों और कल्याण के लिए एक सकारात्मक कदम है और इससे समाज में बदलाव लाने की उम्मीद जताई जा रही है।