Wednesday, December 25, 2024
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मुलाकात: हरिश धामी और cm PSD की मुलाकात कांग्रेस में हलचल,पार्टी में चल रही तू- तू -मैं -मैं,जनता की पीड़ा के बहाने अपनी पीड़ा तो नहीं व्यक्त कर रहे HD

गैरसैंण,

विधानसभा मानसून सत्र के समापन के बाद cm  P S धामी और हरीश धामी की मुलाकात को दोनो धामी के बीच राजनैतिक माहौल बना दिया है।

बता दें शुक्रवार को विधानसभा मानसून सत्र के दौरान प्राकृतिक आपदा के मुद्दे पर सदन में चर्चा के दौरान विपक्ष को बोलने के लिए जो समय मिला था, उसमें बोलने का अवसर न मिलने पर विपक्ष के विधायक हरीश धामी ने विपक्ष के प्रति नाराजगी व्यक्त की।

विधायक हरीश धामी ने गैरसैंण(भराड़ीसैंण) में सत्रावसान के बाद विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर उनके समक्ष अपनी पीड़ा रखी। उन्होंने कहा आपदा की दृष्टि से सबसे संवेदनशील राज्य के पर्वतीय क्षेत्र हैं। उन्होंने कहा कि आपदा जैसे महत्वपूर्ण विषय पर उन्हीं की पार्टी के सदस्यों ने उन्हें बोलने का अवसर नहीं दिया। उन्होंने कहा कि इस समय उत्तराखंड के कई इलाके आपदाग्रस्त हैं। ऐसे में इस गंभीर विषय पर चर्चा बहुत आवश्यक थी।

मुख्यमंत्री ने विधायक हरीश धामी की बातों को गंभीरतापूर्वक सुनकर उन्हें आश्वसत किया कि उनके क्षेत्र सहित अन्य स्थानों में आपदा से संबंधित जो भी प्रकरण हैं, उनको प्राथमिकता पर लिया जाएगा। उन्होंने प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु और सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन को निर्देश दिए अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में सभी व्यवस्थाएं सामान्य करने के लिए जिलाधिकारियों से निरंतर समन्वय बनाए रखें।

विधायक धारचूला द्वारा अपनी विधानसभा क्षेत्र की समस्या बताने के बाद मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु को निर्देश दिए कि सचिव आपदा प्रबंधन और जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के साथ बैठक कर क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं का समाधान किया जाए। आपदा कि दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों के विस्थापन की आवश्यकता है तो, किए जाय।

हरीश धामी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मुलाकात का राजनीतिक माहौल गर्मा गया है,कई लोगो का इस मुलाकात को कांग्रेस के अंदर की कलह की आहट धीरे धीरे बाहर आ रही है,वही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का प्रदेश में ईडी कार्यालय घेरा हो में ना तो हरीश रावत शामिल हुए और ना ही उनके पुत्र वीरेंद्र रावत विरोध प्रदर्शन में दिखाई नहीं दिए दिखाई नहीं दिए वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल गणेश गोदियाल और प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा में भी दूरी देखने को मिली है, अब ऐसे में जल्द ही होने वाले निकाय चुनाव में कांग्रेस के लिए चुनौती पूर्ण रहने वाला है।

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